नीमचक बथानी। पिछले एक महीने से हो रही बारिस के साथ इस बार मौसम के मिजाज ने चिंता और बढ़ा दी है और चिंता हो भी क्यों न जब पक्की गली होते हुए भी लोगों को उस गली से होकर गुजरने में 100 बार सोचना पड़े। अपने कपड़े को मोड़कर ऊपर उठकर पार होना हो। आपको तस्वीर में साफ दिख रही होगी कि पक्की सड़क के बीच पानी जमा है। इसकी एक मात्र वजह से जल निकासी का समुचित इंतेजाम का न होना।
यानि कि पक्की नाली न होना ही इस जल निकासी में बाधक है और यहां के ग्रामीण इस समस्या को झेल रहे हैं। यह हालात है बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के ननिहाल की। जी हां! आपने सही सुना जीतन राम मांझी का ननिहाल इसी गांव में है और यह गांव है नीमचक बथानी प्रखण्ड के महकार थाना क्षेत्र का नैली गांव।
यह गांव चर्चा में तब ज्यादा आई थी जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बताया था कि उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई यहीं के हाई स्कूल से की थी और बथानी प्रखण्ड का यह गांव जीतन राम मांझी के गांव महकार में थाना बनने के बाद महकार थाना अंतर्गत चला गया। पर वे ज्यादा दिन मुख्यमंत्री नहीं रह सके और लोगों की उम्मीदें भी धरी रह गई और आज हालात ऐसी की नाली न होने की वजह से लोगों को आवाजाही में संकट का सामना करना पड़ रहा है।
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