राजेश्वर प्रसाद (फ़ाइल फोटो) |
खिजरसराय। महकार थानाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद को शनिवार को तत्काल प्रभाव से विरमित कर दिया गया। हालांकि उनका पूर्व से पटना तबादला कर दिया गया था। लेकिन कोरोना प्रसार की वजह से मेडिकल ग्राउंड पर उन्हें स्टे मिल गया था। महकार थाना के नियामतपुर में चाकूबाजी की घटना में प्राथमिकी दर्ज नहीं करने व घायल शख्स की तीन दिन बाद हुए मौत मामले में थानाध्यक्ष की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई थी। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित करने व उनपर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी।डीएसपी विनय कुमार शर्मा ने मामले में उनकी लापरवाही की बात मानी थी। उनके खिलाफ एसएसपी को रिपोर्ट की गई थी। इसी मामलों को लेकर एसएसपी ने शनिवार को तत्काल प्रभाव से उन्हें विरमित कर दिया। खिजरसराय सर्किल इंस्पेक्टर जय शंकर प्रसाद को महकार का प्रभार सौंपी गई है।
राजेश्वर प्रसाद के खिलाफ डीजीपी से करेंगे शिकायत
नियामतपुर में चाकूबाजी की घटना में मारे गए शौकत अली के परिजनों ने कहा कि दोषी थानाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई व उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की अपनी मांग जारी रखेंगे। उनके विरमित होने के बाद भी वे इस पूरे मामले की शिकायत डीजीपी से करेंगे। ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
क्या था मामला
गौरतलब है कि बीते सोमवार को नियामतपुर में जमीन विवाद को लेकर चाकूबाजी हुई थी। ताजुद्दीन व उसके पांच अन्य साथियों ने शौकत अली पर हमला किया था। जिसमें शौकत गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। परिजनों की सहायता से सोमवार की शाम ही वह महकार थाना पहुंचे। उन्होंने महकार थाना में आरोपियों की शिकायत की। लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। बुधवार की सुबह गया में उनकी मौत हो गई।
रिपोर्ट- एस शंकर
1 comment:
Very good
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